Loan Calculator
शायद आपने या आपके परिवार द्वारा कहीं ना कहीं ऋण लिया होगा और नहीं है और आने वाले समय में लेना चाहते हैं। इसके लिए बहुत सारे मार्केट में विकल्प मौजूद है जिसमें आप बैंकों के माध्यम से या कहीं और ऋण लेने के बारे में सोच सकते हैं।
भारतीय बाजार में देखा जाए तो ऋण लेने का बाजार लगातार बढ़ रहा है और यह पूरे विश्व का सबसे बड़ा चौथा ऋण उद्योग के रूप में जाना जाता है जिसमें साल दर साल 10% से अधिक की CAGR दर्ज हो रहा है l
अभी वर्तमान में अधिकांश व्यक्तिगत रूप में ऋण ले रहे हैं जिसमें क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण लेने वालों की संख्या अधिक है जो अल्पकालिक ऋण के अंतर्गत आता है इसके अलावा, होम लोन कर लोन, गोल्ड लोन, और भी विभिन्न प्रकार के ऋण लोगों द्वारा अधिकांश लिया जाता है । सभी प्रकार के ऋण चुकाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प EMl होता है, और यदि आप किसी बैंक या कहीं और से कर्ज लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको अपने बजट के आधार पर EMI के माध्यम से लेने के लिए सोचना चाहिए l
कर्ज लेने के लिए या कर्ज से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी संभावित रूप से कैलकुलेट करने के लिए Online loan calculator का इस्तेमाल करना चाहिए जिसके माध्यम से अपने आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कितने का लोन लेना है यह निर्धारित आसानी से कर सकते हैं। Loan Calculator आपको संभावित कैलकुलेट करने के लिए आसान बनाती है ।
देय राशि को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण कारक
यदि आप लोन लेने की योजना बना रहे हैं जिसमें , कार लोन ,होम लोन, गोल्ड लोन, एजुकेशन लोन,या किसी भी प्रकार की लोन हो इसके लिए आवेदन करने से पहले आप योजना बनाने की जरुर सोचते होंगे जिसमें कितने रुपए कितने दिनों के लिए लिया जाए ताकि अपने बजट के आधार पर अपनी आवश्यकताओं को पूरा करते हुए विचार कर सकते हैं l
इसके लिए Online loan calculator का इस्तेमाल करके अपने योजनाओं को आसानी से बना सकते हैं समान मासिक किस्तों की गणना करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण विचार करने योग्य कारक होते हैं जो इस प्रकार है l
ब्याज दर
किसी भी प्रकार की लोन लेने के लिए ब्याज दर सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक होता है क्योंकि ब्याज दर से ही तय होता है कि कितना अधिक या कम लेने वाले लोन पर चुकाना पड़ेगा , इससे हमारे द्वारा देने वाले ईएमआई राशि तय होती है ।
ऋण की समय
लोन लेने के लिए समय को अपने महीने की कमाई के आधार पर कम किस्तों में या अधिक किस्तों में कम या ज्यादा किया जा सकता है । यदि आपकी महीने की इनकम ज्यादा है तो आप कोशिश करेंगे की कम से कम किस्तों में अपना ईएमआई बनवाए जिसे ब्याज प्रतिशत कम देना पड़े । और यदि आपका मासिक आय कम है
उस आधार पर आप अपने लोन समय को बढ़ा सकते हैं । इसलिए लोन लेने के समय के लिए भी विचार करना महत्वपूर्ण होता है । जो आपके द्वारा देने वाली ईएमआई को भी प्रभावित करता है ।